प्रेमी... तुम मत दिखलाओ
सपने चाँद सितारों के
कुहनियों तक का रिवाज़ छोड़कर
हाथो में पहनी जाने लगी हैं अब
तय अवसरों पर काँच की दो चूड़ियाँ
-संध्या
सपने चाँद सितारों के
कुहनियों तक का रिवाज़ छोड़कर
हाथो में पहनी जाने लगी हैं अब
तय अवसरों पर काँच की दो चूड़ियाँ
-संध्या
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